john elia poetry sad urdu hindi best shayari

پردہ داری کے ساتھ ہم دونوں John elia
کتنے خاکوں میں رنگ بھرتے ہیں

نام لیتے ہوئے محبت کا
میں بھی ڈرتا ہوں وہ بھی ڈرتے ہیں

جون ایلیا

हम दोनों के साथ घूंघट John elia
कितने रेखाचित्र रंग भरते हैं
 
नाम से प्यार
मुझे डर है कि वे भी डर गए हैं

जॉन एलिया

john elia poetry sad urdu hindi best shayari

جو رعنائی نگاہوں کے لیے سامان جلوہ ہے
لباس مفلسی میں کتنی بے قیمت نظر آتی

یہاں تو جاذبیت بھی ہے دولت ہی کی پروردہ
یہ لڑکی فاقہ کش ہوتی تو بدصورت نظر آتی

جون ایلیا

अंधी आंखों के लिए एक अभिव्यक्ति है
  गरीबी में बेशकीमती कपड़े कैसे दिखते हैं

  धन का आकर्षण भी है
  भूख लगने पर यह लड़की बदसूरत दिखती

  जॉन एलिया

شرم دہشت جھجھک پریشانی sad poetry
  ناز سے کام کیوں نہیں لیتیں

  آپ وہ جی مگر یہ سب کیا ہے
  تم مرا نام کیوں نہیں لیتیں

  جون ایلیا

Sad poetry John elia

शर्म, आतंक, संकोच, चिंता
आप गर्व से काम क्यों नहीं करते?

हां, यह सही है कि आप अब लॉर्ड ऑफ द रिंग्स के रूप में जाने जा सकते हैं
आप मेरा नाम क्यों नहीं लेते?

जॉन एलिया

رشتہ دل ترے زمانے میں
رسم ہی کیا نباہنی ہوتی

مسکرائے ہم اس سے ملتے وقت
رو نہ پڑتے اگر خوشی ہوتی

جون ایلیا

John elia

शर्म, आतंक, संकोच, चिंता
आप गर्व से काम क्यों नहीं करते?

हां, यह सही है कि आप अब लॉर्ड ऑफ द रिंग्स के रूप में जाने जा सकते हैं
आप मेरा नाम क्यों नहीं लेते?

जॉन एलिया

poetry sad urdu hindi best shayari

اے رفیقان انکسار پسند
جارحیت سے میں نے کام لیا

ان حسینان قصر دولت سے
میں نے تم سب کا انتقام لیا

جون ایلیا

हे विनम्र साथियों!
मैंने आक्रामक तरीके से काम किया

इन खूबसूरत क़सर दौलत से
मैंने आप सभी का बदला लिया

जॉन एलिया

https://shayari-urdu-hindi.com/sad-ghazals-best-ghazals-evers-hit-ghazals/

https://cacke-recipe.com/cheese-cream-cake-filling-recipe-cake-home-recipe

poetry sad urdu hindi best shayari

اب میں سمجھا ہوں بے کسی کیا ہے
اب تمہیں بھی مرا خیال نہیں

ہائے یہ رشق کا زوال کہ اب
ہجر میں ہجر کا ملال نہیں

جون ایلیا

john elia poetry sad urdu hindi best shayari

अब मुझे समझ में आया कि क्या बेकार है
आपको नहीं लगता कि मैं अब मरा हूं

काश, अब ईर्ष्या का पतन
   हज में हजर उबाऊ नहीं है

जॉन एलिया

sad urdu hindi best shayari

لے کے آیا ہوں تمہارے سامنے سینے کے داغ
دیر سے لو دے رہے تھے بادہ فن کے چراغ

ایک رہرو جا رہا تھا راستے میں بے خیال
دل کو مستقبل کی امیدوں سے بہلاتا ہوا

تم اچانک آئیں اور خاص اک چوراہے کے پاس
اپنی پائل کے ترنم سے اسے چونکا دیا

اور اس سے اسکی میزل کا تصور چھین کر
ایک بے مقصد سفر کے عہد و پیماں کر لیے

اب تمہاری رہبری تھی اور تخّیل کا فریب
راستے بدلے گئے اور کارواں بڑھنے لگے

ذہن پر چھاتا گیا رنگین خوابوں کا فسوں
زندگی کرنے لگی خوابوں کے گلزاروں میں رقص

رات کی تنہائیوں میں شہر انجم کے سفر
کہکشاں تا کہکشاں نادیدہ سیاروں میں رقص

مجھ کو بخشے تھے انھیں نظروں نے میخانوں کے خواب
عارض و گیسو سے وابستہ شبستانوں کے خواب

ساحل آغوش سر مستی میں طوفانوں کے خواب
کیا مگر خوابوں کا حاصل وہ بھی دیوانوں کے خواب

اور پھر وہ دور بھی آیا کہ تم اکتا گئیں
اپنی حد سے بڑھ گئی تھیں اپنی حد میں آگئیں

میں فریب آرزو کھاتا رہا جیتا رہا
زہر غم پیتا رہا پیتا رہا پیتا رہا

چاک کرتی ہی رہیں تم جیب و دامان وفا
اور میں سہتا رہا سہتا رہا سہتا رہا

جانے کیوں تم مستقل دامن کشاں رہنے لگیں
بے سبب نامہرباں نامہرباں رہنے لگیں

بھول کر عہد نظر جانے کہاں پہنچا خیال
چھوڑ کر شہر وفا جانے کہاں رہنے لگیں

آہ وہ ناز محبت کا یقین و اعتبار
میں نے تم کو دم بدم آواز پر آواز دی

پھر حدود حسرت و امید تک ڈھونڈا تمہیں
روح کی وادی میں دل کے ساز پر آواز دی

لوگ کہتے ہیں یقینا ٹھیک ہی کہتے ہیں لوگ
میں فقط وہموں کی دنیا میں سفر کرتا رہا

میں نے چاہی بجلیوں سے خرمن اندوزی کی داد
پتھروں سے خواہش لطف نظر کرتا رہا

کیا تمہارے شہر میں لے کر دعاؤں کے حصار
نوجوانی کو مٹانے کے لیے آیا تھا میں

کیا شعور زندگی کی داد پانے کی بجائے
میکدوں میں لڑکھڑانے کے لیے آیا تھا میں

اب شعور زندگی کو آزمانے دو مجھے
کچھ حجابات مزاج دل اٹھانے دو مجھے

ایک ہی رخ تم نے دیکھا ہے ابھی تصویر کا
آج اسکا دوسرا رخ بھی دکھانے دو مجھے

تم کو اپنایا تھا تم کو چھوڑ بھی سکتا ہوں میں
بت بناتا ہی نہیں ہوں توڑ بھی سکتا ہوں میں

جون ایلیا

john elia poetry sad urdu hindi best shayari

मैं तुम्हारे सामने छाती के निशान ले आया हूँ
बडा कला के दीपक देर से जल रहे थे

एक राहगीर लापरवाही से गुजर रहा था
भविष्य के लिए आशाओं के साथ दिल का मनोरंजन

आप अचानक आते हैं और एक विशेष चौराहे पर आते हैं
उसके ढेर की आवाज से वह चौंका

और उसे मिसाइल के विचार से वंचित कर दिया
व्यर्थ की यात्रा के लिए प्रतिबद्ध

अब आपका नेतृत्व और कल्पना का भ्रम था
रूट बदल गए और कारवां चलने लगा

मन पर छाए रंगीन सपनों के जाल
सपनों के फूलों में नाचो

रात के एकांत में अंजुम शहर की यात्रा करें
आकाशगंगा से अनदेखे ग्रहों तक नृत्य

मुझे उन आँखों द्वारा सराय का सपना दिया गया था
एरिज़ और गैसो के साथ जुड़े शबबानों के सपने

समुद्र तट पर तूफानों के सपने
लेकिन सपनों का नतीजा भी पागल लोगों के सपने हैं

और फिर वह समय आया जब आप थक गए
अपनी सीमा पार कर ली। अपनी सीमा पर आओ

मैं सपने देखता और जीता रहा
जहर पीते रहे, पीते रहे

अच्छा काम करते रहें
और मैंने धीरज धर ​​लिया, धीरज धर ​​लिया

पता करें कि आप लगातार क्यों आगे बढ़ रहे हैं
बिना किसी कारण के, निर्दयी निर्दयी होने लगे

वाचा को भूलने का विचार कहाँ से आया?
शहर छोड़कर वे कहां रहने लगे थे?

आह, उस गर्वित प्रेम का विश्वास और विश्वास
मैंने तुम्हें जोर से पुकारा

तब मैंने आपको लालसा और आशा की सीमाएं दीं
आत्मा की घाटी में, हृदय यंत्र की ध्वनि

लोग कहते हैं, बेशक, लोग सही हैं
मैं सिर्फ भ्रम की दुनिया में यात्रा करता रहा

मुझे बिजली का तोहफा चाहिए था
चट्टानों की चाह का आनंद लिया जाता रहा

क्या आपके शहर में प्रार्थनाओं की घेराबंदी है?
मैं जवानी नष्ट करने आया था

क्या जीवन के उपहार के बजाय चेतना है?
मैं मैसेडोन पर ठोकर खाने आया

अब मुझे जीवन की चेतना को परखने दो
मुझे कुछ हिजाब उठाने दीजिए

तस्वीर का एक पक्ष आपने देखा
आइए आज मैं आपको इसका दूसरा पहलू दिखाता हूं

मैंने आपको अपनाया, मैं आपको छोड़ सकता हूं
मैं मूर्तियां भी नहीं बनाता, मैं उन्हें तोड़ सकता हूं

जॉन एलिया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *